stock market india : आज शेयर बाजार में गिरावट क्यों आई? जानें 20 दिसंबर को भारी गिरावट के पीछे के कारण

stock market india: सुबह के शुरुआती घंटों में, बाजार ने थोड़ी रिकवरी दिखाने की कोशिश की, लेकिन जल्द ही दबाव में आकर दिन के निचले स्तर पर पहुंच गया। आईटी सेक्टर ने शुरुआत में बेहतर प्रदर्शन किया, जिसे Accenture के मजबूत तिमाही नतीजों का समर्थन मिला। हालांकि, व्यापक बाजार के दबाव के कारण यह लाभ भी गायब हो गया।

शेयर बाजार की स्थिति: सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट

20 दिसंबर को भारतीय शेयर बाजार ने बड़ी गिरावट दर्ज की।

  • BSE सेंसेक्स: 1,176 अंकों की गिरावट के साथ 78,041.59 पर बंद हुआ।
  • NSE निफ्टी: 364.20 अंकों की गिरावट के साथ 23,587.5 पर समाप्त हुआ।

 

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मुख्य कारण: आज शेयर बाजार में गिरावट के पीछे क्या वजहें थीं?

1. अमेरिकी फेडरल रिजर्व का सख्त रुख

अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने इस सप्ताह 25 आधार अंकों की दर कटौती की उम्मीदों के साथ बैठक की। हालांकि, फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने अपने बयान में मुद्रास्फीति को लेकर सतर्कता दिखाई।(stock market india)

  • 2025 मुद्रास्फीति पूर्वानुमान: फेड ने इसे बढ़ा दिया, जिससे निवेशकों की चिंताएं बढ़ गईं।
  • भावना पर प्रभाव: वैश्विक बाजारों पर इस सख्त दृष्टिकोण का नकारात्मक प्रभाव पड़ा।

विशेषज्ञ की राय:

  • अनिता गांधी, संस्थापक, अरिहंत कैपिटल मार्केट्स:
    stock market india :हालांकि Accenture के बेहतर तिमाही परिणामों ने शुरुआती ट्रेडिंग सत्र में आईटी स्टॉक्स को मजबूती प्रदान की, लेकिन अमेरिकी फेडरल रिजर्व के सख्त दृष्टिकोण ने निवेशकों की धारणा पर नकारात्मक प्रभाव डाला। फेड की मुद्रास्फीति पर सतर्कता और धीमी दर कटौती के संकेत ने न केवल आईटी सेक्टर बल्कि समग्र बाजार में बिकवाली का दबाव बढ़ा दिया, जिससे आईटी स्टॉक्स भी व्यापक गिरावट का हिस्सा बन गए।

 

  • वीके विजयकुमार:
    “फेड की धीमी दर कटौती ने वैश्विक बाजार भावना को प्रतिकूल रूप से प्रभावित किया।”

 

2. विदेशी निवेशकों की बिकवाली (FII Outflows)

stock market india: विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने इस सप्ताह भारतीय शेयर बाजार में भारी बिकवाली की।

  • पिछले 4 सत्रों में: FIIs ने ₹12,230 करोड़ की बिकवाली की।
  • दिसंबर 2024 में स्थिति: FIIs अब तक शुद्ध विक्रेता बने हुए हैं।
  • मुख्य कारण:
    • मजबूत अमेरिकी डॉलर।
    • अमेरिकी बॉन्ड यील्ड का आकर्षक रिटर्न।

विश्लेषक का कहना है:

  • वीके विजयकुमार:
    “बड़ी-कैप वित्तीय कंपनियां सबसे अधिक बिकवाली का सामना कर रही हैं। हालांकि, यह प्रवृत्ति लंबे समय तक नहीं रह सकती, और बड़े गुणवत्ता वाले स्टॉक्स में जल्द ही रिकवरी की उम्मीद है।”

 

3. उच्च मूल्यांकन और धीमी आय वृद्धि

indian stock market today :निफ्टी अभी भी ऊंचे मूल्यांकन स्तरों पर ट्रेड कर रहा है।

  • वर्तमान स्थिति:
    • निफ्टी का 1 साल का फॉरवर्ड पी/ई अनुपात करीब 20x है।
    • यह 10 साल के औसत (18.97x) से काफी ऊपर है।
  • कमाई की धीमी गति: निवेशकों में इसे लेकर चिंता बनी हुई है।

विशेषज्ञ की राय:

  • वीके विजयकुमार:
    “उच्च मूल्यांकन और कमजोर आय वृद्धि का मिश्रण घरेलू बाजार पर नकारात्मक प्रभाव डाल रहा है।”(stock market india)

 

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4. तकनीकी स्तरों का टूटना (Technical Breach)

आज निफ्टी अपने 200-दिन के मूविंग एवरेज (23,870) के नीचे गिर गया।

  • समर्थन स्तर: 23,850 का स्तर टूटने से और गिरावट की संभावना बढ़ गई।
  • विशेषज्ञों का पूर्वानुमान:
    • यदि निफ्टी 23,550 के स्तर तक गिरता है, तो आगे और दबाव बढ़ सकता है।

 

बाजार पर गिरावट का प्रभाव

प्रमुख नुकसान उठाने वाले स्टॉक्स

सेंसेक्स के 30 में से 27 स्टॉक्स ने नुकसान दर्ज किया।

  • सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले स्टॉक्स:
    • टेक महिंद्रा
    • इंडसइंड बैंक
    • एक्सिस बैंक
    • महिंद्रा एंड महिंद्रा
    • टाटा मोटर्स
    • लार्सन एंड टुब्रो

मामूली बढ़त दिखाने वाले स्टॉक्स

  • JSW स्टील
  • Nestlé इंडिया
  • ICICI बैंक (0.52% तक की बढ़त)

 

निवेशकों के लिए क्या है सलाह?

indian share market today: विशेषज्ञों का कहना है कि खुदरा निवेशकों को इस समय घबराने की बजाय धैर्य दिखाना चाहिए।

1. गुणवत्ता वाले स्टॉक्स पर ध्यान दें

  • ऐसे स्टॉक्स में निवेश करें जो बड़े और मजबूत कंपनियों के हों।
  • ये स्टॉक्स जल्द ही रिकवरी कर सकते हैं।

2. लंबी अवधि की योजना बनाएं

  • बाजार की अल्पकालिक गिरावट से घबराने की जरूरत नहीं है।
  • दीर्घकालिक निवेश में अच्छी संभावनाएं हैं।

3. तकनीकी संकेतकों को ध्यान में रखें

  • यदि निफ्टी 23,550 के स्तर तक गिरता है, तो यह खरीदारी का अच्छा मौका हो सकता है।
  • लेकिन निवेश करने से पहले बाजार की प्रवृत्ति को समझें।

 

निष्कर्ष

20 दिसंबर की गिरावट ने भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों को सतर्क कर दिया है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व का सख्त रुख, विदेशी निवेशकों की बिकवाली, उच्च मूल्यांकन और तकनीकी स्तरों का टूटना इसके मुख्य कारण रहे।

indian stock market news: इस गिरावट के बावजूद, विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार में यह कमजोरी अल्पकालिक हो सकती है। खुदरा निवेशकों को संयम के साथ निवेश की रणनीति अपनानी चाहिए और गुणवत्ता वाले स्टॉक्स में ध्यान केंद्रित करना चाहिए। लंबी अवधि में, बाजार में मजबूत रिकवरी की संभावना बनी हुई है।

 

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