India vs Australia 4th Test: 147 साल में पहली बार, Nitish Kumar Reddy और Washington Sundar ने ऑस्ट्रेलिया को दी करारी शिकस्त, रचा ऐतिहासिक रिकॉर्ड

 

Nitish Kumar Reddy ने मेलबर्न टेस्ट के तीसरे दिन शानदार प्रदर्शन करते हुए 176 गेंदों में 59.66 की स्ट्राइक रेट से नाबाद 105 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 10 बेहतरीन चौके और 1 दमदार छक्का जड़ा, जो उनकी बल्लेबाजी की कुशलता को दर्शाता है।

भारतीय क्रिकेटर Nitish Kumar Reddy ने 8वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए अपने करियर का पहला अंतरराष्ट्रीय शतक जड़ा। यह पारी तब आई जब टीम को Border Gavaskar Trophy के बॉक्सिंग डे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वापसी के लिए उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। रेड्डी को वाशिंगटन सुंदर का बेहतरीन साथ मिला, जिन्होंने 9वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए शानदार अर्धशतक लगाया। दिन के आखिरी सत्र में, नितीश कुमार रेड्डी ने 99 रन पर खड़े होकर मिड-ऑन फील्डर के पास से चौका मारते हुए अपने शतक को खास अंदाज में पूरा किया। उनकी इस पारी ने भारतीय टीम को मजबूती दी और प्रशंसकों को रोमांचित कर दिया।

Nitish Kumar Reddy
Image Credit – afp | sports.ndtv.com

 

Nitish Kumar Reddy की ऐतिहासिक पारी ने एमसीजी में भावनाओं का ज्वार ला दिया! 

मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) में एक यादगार पल देखने को मिला, जब नीतीश के पिता खुशी से भावुक हो गए। उन्होंने हाथ जोड़कर भगवान का धन्यवाद किया, जबकि उनकी आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े। पारी समाप्त होने पर, नीतीश की शानदार बल्लेबाजी के लिए ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने सराहना की और भारतीय खेमे ने खड़े होकर उनका सम्मान किया।

Nitish Kumar Reddy ने अपनी पारी में 176 गेंदों का सामना करते हुए 59.66 की स्ट्राइक रेट से नाबाद 105 रन बनाए, जिसमें 10 चौके और 1 छक्का शामिल था। उनके साथ वाशिंगटन सुंदर ने 162 गेंदों पर 50 रन बनाए। यह पारी ऐतिहासिक बन गई, क्योंकि टेस्ट क्रिकेट के 147 वर्षों के इतिहास में पहली बार नंबर 8 और नंबर 9 के बल्लेबाजों ने एक ही पारी में 150 से अधिक गेंदें खेलीं।

 

Nitish Kumar Reddy ने रचा इतिहास: ऑस्ट्रेलिया में सबसे कम उम्र में टेस्ट सेंचुरी बनाने वाले तीसरे भारतीय बने

नीतीश ने अपने शानदार शतक के साथ एक खास मुकाम हासिल किया, जिससे वह ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट शतक बनाने वाले तीसरे सबसे कम उम्र के भारतीय बल्लेबाज बन गए। उनसे पहले यह गौरव सचिन तेंदुलकर और ऋषभ पंत को हासिल हुआ था। महान बल्लेबाज Sachin Tendulkar ने 1992 में महज 18 साल और 256 दिन की उम्र में अपना पहला टेस्ट शतक लगाकर इस सूची में पहला स्थान पाया। भारत के विकेटकीपर-बल्लेबाज Rishabh Pant ने 2019 में सिडनी में 21 साल और 92 दिन की उम्र में यह उपलब्धि हासिल कर दूसरा स्थान पाया। अब, नीतीश ने 21 साल और 216 दिन की उम्र में इस सूची में अपना नाम दर्ज करा लिया है।

 यह पारी न केवल भारतीय क्रिकेट के लिए बल्कि टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक प्रेरणादायक अध्याय जोड़ने वाली बन गई।

तीसरे और अंतिम सत्र की शुरुआत भारतीय टीम ने 326/7 के स्कोर से की, जहां वाशिंगटन सुंदर (40*) और नितीश कुमार रेड्डी (85*) नाबाद क्रीज पर डटे हुए थे।

इन दोनों खिलाड़ियों ने Melbourne टेस्ट में धैर्य और कौशल का बेहतरीन प्रदर्शन किया। उनकी 127 रनों की साझेदारी ने भारत को मुश्किल स्थिति से बाहर निकालने में अहम भूमिका निभाई।

मध्यक्रम के इन दो निचले क्रम के बल्लेबाजों ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का डटकर सामना किया और रन बोर्ड पर जोड़ने की अपनी प्रतिबद्धता दिखाई। उनका यह प्रदर्शन टीम के लिए संजीवनी साबित हुआ।

मेलबर्न में हल्की बारिश के चलते मौसम ने रुख बदल दिया, जिससे तीसरे दिन का खेल समय से पहले खत्म करना पड़ा। स्टंप्स तक भारतीय टीम ने 9 विकेट के नुकसान पर 358 रन बना लिए थे। नितीश शानदार शतक लगाकर 105 रन पर नाबाद हैं, जबकि मोहम्मद सिराज 2 रन पर उनका साथ दे रहे हैं। हालांकि, भारतीय टीम अभी भी 116 रन के बड़े अंतर से पीछे चल रही है।



 

 

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