Mismatched season 3 review in hindi: रोहित सराफ और प्राजक्ता कोली का नेटफ्लिक्स शो क्यों लगा थका हुआ?

 

mismatched season 3 review in hindi: रोहित सराफ और प्राजक्ता कोली ने ऋषि और डिंपल के रूप में एक बार फिर दर्शकों का दिल जीतने की तैयारी कर ली है। इस बार कहानी में एक लंबी दूरी का रिश्ता, नई नौकरी की चुनौतियां और व्यक्तिगत संघर्षों का भावुक सफर शामिल है। देखिए कैसे ये किरदार अपने रिश्ते और जीवन के उतार-चढ़ाव से जूझते हैं, और हर मुश्किल का सामना करते हैं।

 

mismatched season 3 review:आने वाले समय के शो में टेक्नोलॉजी हमेशा केंद्र बिंदु रही है, और इसका 3.0 संस्करण डिजिटल युग में प्रवेश करना बिल्कुल सही प्रतीत होता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मेटावर्स (जिसे यहां ‘बेटरवर्स’ कहा गया है), और प्रमुख तकनीकी संस्थानों ने इस संस्करण को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।

कहानी जयपुर की छोटी पहल से लेकर हैदराबाद की बड़ी छलांग तक फैली हुई है। इस बीच, डिंपल (प्राजक्ता कोली) और ऋषि (रोहित सराफ) अब एक लंबी दूरी के रिश्ते में हैं, जो उनके पहले से जटिल समीकरण में नई परतें जोड़ता है। टेक्नोलॉजी और भावनाओं का यह अनोखा संगम दर्शकों के लिए एक नई दुनिया पेश करता है।

 

Mismatched season 3 review in hindi
Image Source – Google | Credit – indianexpress

 

क्या Betterverse सही मायने में बेहतर है? ऋषि और डिंपल की कहानी में नया मोड़

mismatched season 3: ऋषि और कुछ प्रमुख किरदार नंदिनी नाहटा (दीपनिता शर्मा) के संस्थान में स्थानांतरित हो गए हैं, जहां वे “बेटरवर्स” नामक एक नई वैकल्पिक आभासी वास्तविकता को डिजाइन कर रहे हैं। अंबाला से हैदराबाद की दूरी ने डिंपल और ऋषि की मुलाकातों को भी आभासी बना दिया है। वे एक खूबसूरत रिट्रीट और सपनों के घर में मिलते हैं, लेकिन असली जिंदगी में एक-दूसरे को महसूस करने की तड़प अब भी बाकी है। ऋषि ने डिंपल को अपने करीब आने का सुझाव दिया है, लेकिन नंदिनी के पिछले सीज़न में मिले अस्वीकार ने डिंपल को काफी निराश कर दिया है। क्या “बेटरवर्स” इन दोनों की दूरी मिटा पाएगा, या यह केवल एक नई उलझन बनेगा?

 

mismatched season 3 review in hindi: आभासी बनाम वास्तविकता: इस सीज़न की दिलचस्प कहानी

इस सीज़न की थीम वास्तविक और आभासी दुनिया के बीच असंगति को उजागर करती है। एक लंबी दूरी का जोड़ा जब पहली बार आमने-सामने मिलता है, तो वे सवाल उठाते हैं—क्या यह उनके आभासी संबंधों जितना संतोषजनक क्यों नहीं लगता? एक किरदार अपने दिवंगत पिता को याद करने के लिए AI चैटबॉट के जरिए उन्हें “जीवित” करता है। वहीं, अनमोल (तारुक रैना) वास्तविकता में खुद को स्थापित करने के लिए संघर्ष करता है, जबकि वह खुद को बेटरवर्स में फुटबॉल गोल करते हुए देख सकता है। यह कहानी आभासी और वास्तविक दुनिया के बीच जटिल संबंधों को गहराई से परिभाषित करती है।

mismatched season 3 review in hindi: इस केंद्रबिंदु का सबसे प्रभावशाली उपकथानक एक नए चरित्र, रिथ (लॉरेन रॉबिन्सन), से जुड़ा है। रिथ एक क्वीर हैकर हैं, जो बेटरवर्स तक केवल इसलिए पहुंचना चाहते हैं ताकि वे खुद को उस पुरुष के रूप में देख सकें, जो वे भीतर से महसूस करते हैं, न कि उस महिला के रूप में जिसे समाज ने उनकी पहचान बना दी है। उनकी हताशा गहराई से वास्तविक और संवेदनशील लगती है, जिसमें किसी भी कृत्रिमता की झलक नहीं मिलती।

यह लेखन गजल धालीवाल की प्रामाणिकता से चमकता है, जो एक ट्रांस लेखिका हैं और “एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा” और कोंकणा सेन शर्मा की “ए मॉनसून डेट” जैसी क्वीर-थीम आधारित कहानियों के लिए जानी जाती हैं। गजल की लेखनी इस कहानी में आत्मा और यथार्थवाद भरती है, जो इसे और भी प्रभावशाली बनाती है।

 

(Ageing without adulting) मिसमैच्ड: वयस्कता और नई सोच का सफर, सीजन 3 की खासियतें

mismatched season 3 review in hindi: मिसमैच्ड” के लेखक – गजल, अर्श वोरा, सुनयना कुमारी, नंदिनी गुप्ता और आकाश झुनझुनवाला – शो की सबसे बड़ी ताकत हैं। सीजन 2 में उन्होंने पारंपरिक आने वाले युग के प्रारूप को तोड़ते हुए साहसिक और असहज विषयों पर खुलकर बात की। अब सीजन 3 में, कहानी ने एक नई ऊंचाई हासिल की है।

इसमें प्रासंगिक मुद्दों, नए ढांचे और अच्छी तरह से गढ़े गए साइड कैरेक्टर्स को शामिल किया गया है। पुराने ट्रॉप्स जैसे हर एपिसोड में किसी नए किरदार की आवाज़ से भावनाओं को गहराई देना, यहां भी मौजूद हैं, लेकिन इसमें संयम और एक फ्रेश एप्रोच जोड़ा गया है। खासकर, एक सस्पेंस से भरा एपिसोड जहां दर्शकों को डिंपल की स्थिति को समझने की चुनौती मिलती है, शो को और दिलचस्प बनाता है।

 

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